आजकल कम उम्र में धुंधला दिखने की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है. हालांकि बच्चों की आंखों की रोशनी में कमी आना आम समस्या है. यह समस्या ज्यादा टीवी देखने, मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने, गलत जीवनशैली या गलत तरीके से पढ़ने के कारण हो सकती है. ऐसे में आंखों की रोशनी कम होने के लक्षण और आंखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय इन दोनों के बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे की आंखों की कम रोशनी की समस्या को कैसे दूर किया जाए.
कम उम्र में धुंधलापन दिखाई देने के लक्षण
आंखों से धुंधला दिखाई देना अपने आप में एक लक्षण हैं. इस लक्षण के साथ-साथ कुछ और भी लक्षण नजर आ सकते हैं. जो इस प्रकार हैं-
- पढ़ने में दिक्कत महसूस करना.
- सिर दर्द की समस्या महसूस करना.
- दूर या पास की चीजों को पढ़ने में दिक्कत महसूस करना.
- आंखों में खुजली होना.
- आंखों का लाल होना.
- किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित ना कर पाना.
कम उम्र में धुंधलेपन से बचाव कैसे करें
- हरी पत्तेदार सब्जियां आंखों की कम रोशनी की समस्या को दूर कर सकती है. इनके अंदर कैरोटीनॉइड मौजूद होता है जो विटामिन ए से भरपूर होता है. ऐसे में आप अपनी डाइट में ब्रोकली, पत्तेदार सब्जियां आदि को जोड़ सकते हैं.
- डाइट में मछली के तेल का इस्तेमाल करने से भी आंखों की रोशनी को बढ़ाया जा सकता है. इससे अलग दाल का सेवन, अनाज का सेवन, अंडा और फल भी आंखों के लिए बेहद उपयोगी हैं.
- रंग बिरंगी सब्जियों के सेवन से आंखों को स्वस्थ रखा जा सकता है. इन सब्जियों में गाजर, शकरकंद आदि शामिल हैं. इनके अंदर बीटा कैरोटीन beta-carotene पाया जाता है जो न केवल रेटिना को स्वस्थ रख सकता है बल्कि आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी फायदेमंद है.
- कुछ नट्स जैसे काजू, बादाम, अखरोट, मूंगफली आदि भी आंखों के लिए बेहद उपयोगी हैं. इनके अंदर विटामिन ई मौजूद होता है जो न केवल मायोपिया की संभावना कम कर सकता है बल्कि सूखी आंखों की समस्या से भी बचाव कर सकता है.